


देहरादून। उत्तराखण्ड एसटीएफ की बड़ी कार्यवाही- वर्ष 2020 से फरार 25 हजार का ईनामी अपराधी गुरदीप सिंह को हिमाचल प्रदेश के ऊना से गिरफ्तार किया है। ईनामी अपराधी द्वारा वर्ष 2020 में रुद्रपुर में की थी लाखों की ठगी व धोखाधड़ी की और फरार होकर हिमाचल प्रदेश में फर्जी नाम व आधार कार्ड से परिवार सहित छिपकर रह रहा था जिसे एसटीएफ ने ढूँढ़ निकाला।

उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय द्वारा ईनामी अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे 01 माह के अभियान के तहत गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ द्वारा उत्तराखण्ड राज्य में जघन्य अपराधों में लम्बे समय से वांछित इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे सघन अभियान के चलते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर को विशेष रूप से निर्देशित किया गया था । उक्त निर्देश के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह द्वारा पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ आर0बी0 चमोला के निकट पर्यवेक्षण में एक टीम का गठन कर उपरोक्त लम्बे समय से फरार अपराधी की गिरफ्तारी हेतु उचित दिशा-निर्देश दिये गये। इसी क्रम में एसटीएफ की कुमायूँ युनिट द्वारा कल थाना रुद्रपुर के 25 हजार रुपए के ईनामी अपराधी गुरदीप सिंह उर्फ गुरप्रीत पुत्र सुरेन्द्र सिंह निवासी सिंह हाईटेक इंजीनियर्स रुद्रपुर जनपद ऊधम सिंह नगर को सुदूर हिमाचल प्रदेश के थाना सदर, ऊना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए ईनामी की गिरफ्तारी के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर ने बताया कि एसटीएफ की गठित टीम द्वारा प्राप्त तकनीकी तथा भौतिक सूचनाओं का विश्लेषण करते हुये पिछले एक माह से काम करते हुए अपने अथक प्रयास से उक्त अपराधी की पहचान स्थापित की फिर टीम के द्वारा हिमाचल प्रदेश से उसकी गिरफ्तारी की गयी। एसटीएफ की इस कार्यवाही में उपनिरीक्षक बृजभूषण गुररानी व उपनिरीक्षक प्रकाश भगत(सर्विलांस) की विशेष भूमिका रही।
अभियुक्त गुरदीप सिंह द्वारा अपने साथी के साथ मिलकर मेरठ निवासी ले0कर्नल से0नि0 रक्षित कुमार से मकान व प्लाट दिखाने के नाम पर जालसाजी व धोखाधड़ी करके कुल 2737000 रु. की ठगी की गयी थी जिस सम्बन्ध में 22 नवम्बर 2020 को कोतवाली रुद्रपुर में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। जिसके बाद से ही अभियुक्त अपने परिवार के साथ फरार हो गया था। और पिछले 4 वर्ष से उसका कहीं कोई पता नही चल सका था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ के निर्देशन में फरार अपराधी गुरदीप सिंह से सम्बन्धित पूर्व में किये गये तकनीकी एवं भौतिक सूचनाओं जैसे अपराधी का फिंगर प्रिन्ट, वाईस सैम्पल व अन्य दस्तावेजों का पुनः बारीकी से विशलेषण किया गया। विशलेषण से प्राप्त नए तथ्यों का डिजीटल एवं भौतिक सत्यापन हेतु टीम को हिमाचल प्रदेश भेजा गया। टीम द्वारा एक संदिग्ध व्यक्ति को चिन्ह्ति किया गया जिसके पास बॉबी ठाकुर पुत्र सुरेन्द्र ठाकुर निवासी म0न0 81, वार्ड न. 6 ,मेन रोड हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश का आधार पहचान पत्र था। अपराधी के चेहरे के मिलान हेतु भी विभिन्न साफ्टवेयर का प्रयोग किया। टीम द्वारा पहचान को स्थापित हो जाने पर अभियुक्त को ऊना से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम में निरीक्षक एम0पी0 सिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुररानी, प्रकाश भगत हे0का0 जगपाल सिंह, हे0का0 सुरेन्द्र सिंह कनवाल
कोतवाली रुद्रपुर पुलिस टीम में उपनिरीक्षक देवेन्द्र सिंह मेहता, आरक्षी अजय रावत शामिल थे।
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