रुद्रपुर। अयोध्या में भगवान श्री राम की दिव्य भव्य प्राण प्रतिष्ठा के अविस्मरणीय क्षण का साक्षी बनना सौभाग्य की बात होगी। इसे लेकर पूरे देश में गजब के उत्साह का माहौल है। सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में राम मंदिर छाया हुआ है। ऐसे में वर्षों से रुद्रपुर की मुख्य रामलीला में हनुमान का किरदार निभाने वाले युवा समाजसेवी सुशील गाबा ने रुद्रपुर से अयोध्या के लिए पैदल चल कर अपने प्रभू राम के दर्शन करने का न सिर्फ बीड़ा उठाया, बल्कि सोमवार को स्थानीय लक्ष्मीनारायण मंदिर से अपनी पैदल यात्रा प्रारंभ कर दी।
यहां बता दें रुद्रपुर से अयोध्या तक 480 किलोमीटर तक का सफर 14 दिनों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। यानि एक दिन में लगभग 35 किलोमीटर का सफर तय होने पर ही वह कहीं रात्रि विश्राम करेंगे।
हनुमान का अभिनय करते रहे सुशील गाबा बताते हैं कि आज सुबह ही उनके मन में प्रभू राम के दर्शन करने का विचार आया और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता में माहिर सुशील गाबा ने स्पोर्ट्स शूज, सफेद पाजामा, भगवा रंग का कुर्ता, भगवा रंग का राम नामी अंगोछा, हाथ में केसरिया राम नामी ध्वज लिया और पहुंच गए शहर के लक्ष्मीनारायण मंदिर। वहां उन्होंने आराध्य प्रभू श्री राम की आराधना की और अपने संकल्प को पूरा करने की सामर्थ्य मांगी और शीश नवाया। मंदिर के पुजारी ने उनका तिलक करके उनकी मंगलमय यात्रा की कामना करके अयोध्या के लिए विदा किया। इस ‘हनुमान ‘ का पहला पड़ाव पुलभट्टा होगा। वे अकेले ही राम जी की नगरी के लिए निकले हैं। इस दौरान वे पूरी तरह सात्विक भोजन अथवा फल दूध आदि ग्रहण करेंगे।
उनका कहना है कि सैकड़ों वर्ष के इंतजार के बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है, जिसमें 22 जनवरी को श्री राम के बाल रूप को गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा। उनका कहना है कि वह रामनामी ध्वज के साथ भगवान श्री राम के दर्शन करेंगे। साथ ही उन्होंने समस्त हिन्दुओं से इस मंदिर के दर्शन करने की अपील की।