


रुद्रपुर। किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने कहा कि शहर के तीन पत्रकारों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मुकदमा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। कहा कि तहरीर पढ़ने से ही साफ है कि मुकदमा फर्जी है।

अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि प्रीपेड मीटर का मुद्दा उन्होंने निकाय चुनाव में उठाया था। जहां मीटर भरे थे उस गोदाम की वीडियोग्राफी कराकर उन्होंने डिस्प्ले कराकर जनता को जागरूक किया था। कहा कि एफआईआर में कहा गया है कि पत्रकारों ने उनके गोदाम में घुस कर वीडियो बनाई, फिर सोशल साइट्स पर वायरल करने की धमकी देकर पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगी। कहा कि पत्रकारों ने लाइव रिपोर्टिंग की थी तो रंगदारी मांगने का सवाल कहां उठता है। यह तथ्य न एसएसपी ने देखा और न ही कोतवाल ने। बगैर जांच के मुकदमा लिख दिया गया। कहा कि यह पत्रकारों,पर दबाव बनाने की कोशिश है, ताकि अडानी कंपनी के लोग प्रीपेड मीटर लगाएं और विरोध को पत्रकार न दिखाएं।
कहा कि अडानी कंपनी के सर्किल मैनेजर ने तहरीर में स्पष्ट किया है कि उनका यूपीसीएल से मीटर लगाने का दस साल का अनुबंध किया है, जिससे साफ है कि भाजपा नेताओं ने जनता से झूठ बोला है। बाद में जनता को ठगे जाने का एहसास होगा।
श्री बेहड़ ने कहा कि फरवरी में विधान सभा सत्र होगा और वह इस प्रकरण को विधान सभा में उठाएंगे। उन्होंने चुनौती दी कि किच्छा क्षेत्र में प्रीपेड मीटर लगाकर देखे। तिलकराज बेहड़ सामने खड़े होंगे।
